different type of transistor fet and bjt in hindi
Type of Transistor in Hindi
this post about how many type of transistor?what is fet and bjt? working of PNP and NPN transistor,we learn step by step their type name and application in Hindi.इस पोस्ट में सरल रूप में सम्पूर्ण प्रकार के ट्रांजिस्टर के ऊपर चर्चा करेंगे। प्रयोग और बनावट के मुताबिक यह कई प्रकार के होते हे निचे दिया गया चार्ट में आप देख सकते हे।
हमने BJT बाइपोलर जंक्शन ट्रांजिस्टर के बारेमें कुछ सीखें हे। bjt दो प्रकार के होते हे PNP और NPN
- NPN Transistor
- PNP Transistor
NPN Transistor :जब दो N टाइप सेमीकंडक्टर मटेरियल के बिच में P टाइप सेमीकंडक्टर मेटेरियल रखकर बनाया गया ट्रांजिस्टर को हम NPN Transistor कहते हे। एनपीएन ट्रांजिस्टर में इलेक्ट्रॉन की गति की दिशा एमिटर से कलेक्टर क्षेत्र के तरफ होती है। देखने के लिए how does Transistor work में जाइए।
सर्किट डायग्राम में इसको हचान करने के लिए एमिटर में बाहर की तरफ तीर का निसान होता हे
इसका सिम्बोल निचे देखिए
सर्किट डायग्राम में इसको हचान करने के लिए एमिटर में बाहर की तरफ तीर का निसान होता हे
इसका सिम्बोल निचे देखिए
NPN ट्रांजिस्ट को हम स्विचिंग सर्किट,एम्पलीफायर सर्किट और ोस्किलेशन सर्किट आदि में यूज़ कर सकते हे।
PPN Transistor :जब दो P टाइप सेमीकंडक्टर मटेरियल के बिच में N टाइप सेमीकंडक्टर मेटेरियल रखकर बनाया गया ट्रांजिस्टर को हम PNP Transistor कहते हे। पीएनपी ट्रांजिस्टर में इलेक्ट्रॉन की गति की दिशा कलेक्टर से एमिटर क्षेत्र के तरफ होती है। सर्किट डायग्राम में इसको हचान करने के लिए एमिटर में अंदर की तरफ तीर का निसान होता हेनिचे सिम्बोल में देखिए।
जैसा NPN को ऑन करने के लिए पॉजिटिव 0.7 बेस में चाहिए इसके लिए नेगेटिव वोल्टेज चाहिए। उसके वाद यह क्लोज्ड स्विच की तरह काम करता हे।
ऊपर सर्किट में ट्रांसिस्टर के कलेक्टर में पॉजिटिव सप्लाई कनेक्ट हे और एमिटर में led एनोड
कनेक्टेड हे। जब बेस पर 0.7 मिलता हे तो ट्रांजिस्टर क्लोज्ड स्विच के तरह काम करता हे और led जल जाता हे। इसका मतलब PNP ट्रांजिस्टर NPN के बिपरीत काम करता हे।
PPN Transistor :जब दो P टाइप सेमीकंडक्टर मटेरियल के बिच में N टाइप सेमीकंडक्टर मेटेरियल रखकर बनाया गया ट्रांजिस्टर को हम PNP Transistor कहते हे। पीएनपी ट्रांजिस्टर में इलेक्ट्रॉन की गति की दिशा कलेक्टर से एमिटर क्षेत्र के तरफ होती है। सर्किट डायग्राम में इसको हचान करने के लिए एमिटर में अंदर की तरफ तीर का निसान होता हेनिचे सिम्बोल में देखिए।
जैसा NPN को ऑन करने के लिए पॉजिटिव 0.7 बेस में चाहिए इसके लिए नेगेटिव वोल्टेज चाहिए। उसके वाद यह क्लोज्ड स्विच की तरह काम करता हे।
ऊपर सर्किट में ट्रांसिस्टर के कलेक्टर में पॉजिटिव सप्लाई कनेक्ट हे और एमिटर में led एनोड
कनेक्टेड हे। जब बेस पर 0.7 मिलता हे तो ट्रांजिस्टर क्लोज्ड स्विच के तरह काम करता हे और led जल जाता हे। इसका मतलब PNP ट्रांजिस्टर NPN के बिपरीत काम करता हे।
Field Effect Transistor (FET )
what is field effect Transistor?फील्ड इफ़ेक्ट ट्रांजिस्टर क्या हे ? 3 पिन वाला unipolar(एकध्रुवीय) semiconductor device FET हे। फील्ड इफेक्ट ट्रांजिस्टर को बराबर BJT के तरह बनाए जाता हे लेकिन bjt ट्रांजिस्टर की तुलना में बहुत छोटा बनाया जा सकता है और साथ ही कम बिजली की खपत और बिजली कम खपत करने वाला डिजिटल सर्किट, चिप्स के CMOS रेंज जैसे एकीकृत (IC ) सर्किट बनाने में उपयोग
किआ जाता हे।
आपने ऊपर एक jfet ट्रांजिस्टर के सिम्बोल देख लिए। जैसा bjt के बेस,एमिटर और कलेक्टर होते हे fet में गेट ,सोर्स और ड्रेन होते हे। करंट प्रवाह करने के रास्ते fet में ड्रेन और सोर्स होते हे और input impedance हाई
होता हे। इस का मतलब इसके गेट का रेजिस्टेंस कम होता हे और बहुत सेंसेटिव होता हे हम कमजोर वोल्टेज सिग्नल से भी इसको ऑपरेट कर सकते हे। इसको गेट में थोड़ा सिग्नल दे कर हम ड्रेन और सोर्स से हाई करंट सप्लाई कर सकते हे।
मेरा पोस्ट कैसा लगा कमेंट लिखते रहिए अगली पोस्ट में FET के प्रकार के बारेमें जानेंगे।
Comments
Post a Comment