Type of Variable Resistor||potentiometer/Trimmer कैसे काम करते हे?
Friends will know the Type Of variable resistor in full details in this post. You can get all the information related to their type, size, value Function of Variable resistor etc. Potentiometer, Rheostat, Thermistor, Magneto resistor, Photoresistor(LDR), Humistor, Force sensitiv Resistor and other type of variable resistor from this post.
कैसे काम करता हे ?:यह पानी के नल की तरह काम करता हे।
Humistor: इसका नाम से ही पता चलता हे की यह आर्द्रता से समंध रखता हे ।यह रेसिस्टर इतना संवेदनशील है की हवा में रहा आर्द्रता को माप सकता हे। इस लिए इसको आर्द्रता मापने के सेंसर के रूप में उपयोग किया जाता है।
Type Of Variable Resistor (वेरिएबल रेसिस्टर का प्रकार )
What Is Variable Resistor(वेरिएबल रेसिस्टर क्या हे?): यह एक ऐसा अवरोधक( resistor) है जो विद्युत प्रतिरोध के प्रवाह को नियंत्रित (बढ़ाता या घटाता) करता है। जब हम इसके प्रतिरोध को बदलते हे तो विद्युत प्रवाह भी बदल जाएगा। इसका मतलब हम इस रेसिस्टर के ज़रिए बिद्युत प्रवाह कंट्रोल कर सकते हे।कैसे काम करता हे ?:यह पानी के नल की तरह काम करता हे।
आपने ऊपर तस्वीरमे एक variable resistor और Tap कण्ट्रोल सिस्टम देख लिए वेरिएबल रेसिस्टर भी पानी का नलकी की तरह काम करता हे दोनोमे in ,out और कण्ट्रोल नॉब रहता हे। जैसे पानीको कण्ट्रोल हैंडल से कण्ट्रोल करते हे उसी तरह वेरिएबल रेसिस्टर को भी नॉब या स्क्रूड्राइवर के सहायता से कण्ट्रोल करते हे।
वेरिएबल रेसिस्टर मे नोर्मल्ली दो से ३ पिन देखनेको मिलेगा। इसका एक पिन ground दूसरी पिन कण्ट्रोल पिन (0ut )पिन और तीसरा पिन इनपुट (input) होते हे। जब है इनपुट पिन में करंट सप्लाई करते हे और ग्राउंड पिन में ग्राउंड कँनेट करते हे और फिर इसका नॉब को स्लाइड करते हे तो इस रेसिस्टर की वैल्यू चेंज होता हे।
चेंज हुवे वैल्यू हमें आउटपुट वाला पिनमे मिलेगा। ऊपर तस्वीर में काला एरिया रेसिस्टिव मटेरियल का होता हे
और इस एरिया को घिसता हुआ स्लाइडर रेजिस्टेंस चेंज करता हे।
variable resistor को इस प्रकार बर्गाकृत किए हे :
- Potentioter
- Rheostat
- Thermistor
- Magneto resistor
- Photoresistor
- Humistor
- Force sensitiv Resistor
Potentiometer: pot or potmeter यह मैन्युअली अडजस्टेबले resistor इसको हम नॉब या पेचकस के सहायता से एडजस्ट करते हे। इसका दो पिन रेसिस्टिव एलिमेंट के साथ जुड़े होते हे एक पिन स्लाइडर के साथ जुड़ा होता हे निचे देखिए
जब हम पेचकस के सहायता से स्लाइडर को स्लाइड करते हैं उस टाइम इसका रिस्टैंस में फेरबदल हो जाता है।
Rheostat: rheostat करंट को कंट्रोल करने के लिए बनाया गया एक चर अवरोधक है। जिसका उपयोग करंट और वोल्टेज को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। इसका निर्माण भी एक पोटेंशियोमीटर के निर्माण के जैसा होता है।इसको इंसुलेटेड कोर में मैग्नेटिक वायर लपेट के बनाया जाता हे और दो एन्ड पॉइंट मे कनेक्शन के लिए टर्मिनल होता हे। इसी कएल बना वायर मे स्लाइडर रख कर तीसरा कनेक्शन टर्मिनल बनाया जाता स्लाइडर के मदत से इस का करंट नियंत्रण किए जाता हे। निचे तस्वीर मे देखिए।
जब हम पेचकस के सहायता से स्लाइडर को स्लाइड करते हैं उस टाइम इसका रिस्टैंस में फेरबदल हो जाता है।
Rheostat: rheostat करंट को कंट्रोल करने के लिए बनाया गया एक चर अवरोधक है। जिसका उपयोग करंट और वोल्टेज को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। इसका निर्माण भी एक पोटेंशियोमीटर के निर्माण के जैसा होता है।इसको इंसुलेटेड कोर में मैग्नेटिक वायर लपेट के बनाया जाता हे और दो एन्ड पॉइंट मे कनेक्शन के लिए टर्मिनल होता हे। इसी कएल बना वायर मे स्लाइडर रख कर तीसरा कनेक्शन टर्मिनल बनाया जाता स्लाइडर के मदत से इस का करंट नियंत्रण किए जाता हे। निचे तस्वीर मे देखिए।
Thermistor:thermistor को रेसिस्टिव थर्मोमीटर भी कहा जाता हे। इस का रेजिस्टेंस तापमान मे निर्भर रहता हे। इसका मतलब तापमान के अनुरूप फेरबदल होनेवाला रेसिस्टर हे। इसको बेलनकार डिस्क में मेटालिक ऑक्साइड को कंप्रेस कर के निर्माण किए जाता हे।
थर्मिस्टर्स दो प्रकार के हैं: एक होता हे नकारात्मक तापमान गुणांक (NTC) और सकारात्मक तापमान गुणांक (PTC)। एनटीसी थर्मिस्टर के साथ जब तापमान बढ़ता है तो प्रतिरोध कम हो जाता है। इसके विपरीत PTC मे जब तापमान घटता है तो प्रतिरोध बढ़ जाता है। इस प्रकार यह दोनों के थर्मिस्टर का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।
Magneto resistor: यह एक मैग्नेटिक रेसिस्टर होता है जो चुंबकीय क्षेत्र की ताकत पर निर्भर होता है। इस रेसिस्टर का उपयोग चुंबकीय क्षेत्र की उपस्थिति, शक्ति और दिशा को मापने के लिए किया जा सकता है। उन्हें चुंबकीय निर्भर प्रतिरोधक (एमडीआर) के रूप में भी जाना जाता है। मैग्नेटो रेसिस्टर चुंबकीय क्षेत्र सेंसर या मैग्नेटोमीटर का एक उपपरिवार है।
Photoresistor:फोटो रेसिस्टर्स को लाइट डिपेंडेंट रेसिस्टर्स (LDR) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक लाइट सेंसिटिव डिवाइस होते हैं
Photoresistor:फोटो रेसिस्टर्स को लाइट डिपेंडेंट रेसिस्टर्स (LDR) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक लाइट सेंसिटिव डिवाइस होते हैं
जिनका उपयोग अक्सर प्रकाश की उपस्थिति या अनुपस्थिति को इंगित करने के लिए या प्रकाश की तीव्रता को मापने के लिए किया जाता है। अंधेरे में इस का प्रतिरोध बहुत अधिक होता है, कभी-कभी 1M but तक होता हे लेकिन जब LDR सेंसर प्रकाश के संपर्क में होता है तो प्रतिरोध तीब्र रूप से घटता है, यहां तक कि प्रकाश की तीव्रता के आधार पर कुछ ओम तक नीचे चला जाता है। एलडीआर में एक संवेदनशीलता है जो लागू प्रकाश की तरंग दैर्ध्य के साथ बदलती है और गैर-रैखिक उपकरण होती है। उनका उपयोग कई अनुप्रयोगों में किया जाता है, लेकिन कभी-कभी अन्य उपकरणों जैसे फोटोडायोड और फोटोट्रांसिस्टर्स द्वारा अप्रचलित किया जाता है।
Humistor: इसका नाम से ही पता चलता हे की यह आर्द्रता से समंध रखता हे ।यह रेसिस्टर इतना संवेदनशील है की हवा में रहा आर्द्रता को माप सकता हे। इस लिए इसको आर्द्रता मापने के सेंसर के रूप में उपयोग किया जाता है।
humistor एक वेरिएबल रेसिस्टर हे इसका रेजिस्टेंस हवा रही नमी के अनुसार बदलता है। इसको होमिस्टर सेंसर भी बोलते हे। हम्सटर आम तौर पर यह पॉलिमर से बना होता है जैसे पॉलियामाइड राल, पॉलीइथाइलीन, मेटल ऑक्साइड आदि। हमिस्टर का प्रतिरोध अवशोषित पानी के अणुओं की एकाग्रता पर निर्भर करता है। जब आर्द्रता बढ़ जाती है इसका रेजिस्टेंस कम होता हे और जब आर्द्रता घट जाती है तो हमिस्टर द्वारा अवशोषित पानी के अणु घट जाते हैं फिर हमिस्टर का प्रतिरोध बढ़ जाता है। इसी तरह हम्सटर नमी में परिवर्तन का पता लगाता है और मापता है।
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