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Showing posts from January, 2019

mosfet basic step by step in hindi

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Basic tutorial Of MOSFET friends! we learn on this post mosfet in hindi,   mosfet basic step by step, mosfet working principle ,symbol of mosfet, characteristics of mosfet and much more MOSFET full name is metal oxide semiconductor field effect transistor this is a semiconductor device. इसको हम  इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को स्विचिंग  और एम्प्लीफाई करने के लिए व्यापक रूप से उपयोग करतें  हे ।यह इंटीग्रेटेड सर्किट का एक कोर माना जाता  है इस का  बहुत छोटे आकर होने  के कारण छोटे छोटे चिप में उपयोग किए जाते हे। MOSFET एक चार टर्मिनल डिवाइस है जिसमें source (S), gate  (G), ड्रेन  (D) और body  (B) टर्मिनल होते हे । MOSFET का बॉडी अक्सर सोर्स  टर्मिनल से जुड़ा होता है। इस कारण इसको दिखने में ट्रांजिस्टर  जैसा  लगता हे। आज का युग में डिजिटल और एनालॉग दोनों फील्ड में इसका ब्यापक यूज़ होरहे हे। निचे इसका सिम्बोल देखिए। mosfet symbol MOSFET का कार्य  इसका चैनल की चौड़ाई के अनुरूप  अलग-अलग होता हे। इसके चैनल में इलेक्ट्रान होल के कारण करंट प्रवाह कर सकते हे। कर

What's the difference between JFET and MOSFET? in Hindi

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what are mosfet and jfet? MOSFET and JFET are both voltage controlled field effect transistor .they are uni-polar device. full-from of MOSFT is metal oxide semiconductor field effect transistor and JFET full from is junction field effect transistor.हमने अगला पोस्ट में fet ट्रांजिस्टर के वारेमें जान लिए आज हम इस के प्रकारों के बारे में स्टेप स्टेप करके जानेंगे। क्या MOSFET और  JFET  में अंतर है ? What is JFET? जंक्शन फेट ट्रांजिस्टर क्या है ? junction fet transistor के गेट में कंट्रोलिंग वोल्टेज दे कर ड्रेन से सोर्स या सोर्स से ड्रेन तक करंट प्रवाह कर सकते हे। इसको हम  depletion mode पे ही ऑपरेट कर सकते है। इस के भी  गेट ,सोर्स और ड्रेन कर के ३ टर्मिनल होते हे।वास्तव में यह टर्मिनल ३ मैन चैनल के  pn जंक्शन है।  bjt  बेस करंट से कंट्रोल होता हे लेकिन यह गेट वोल्टेज से कण्ट्रोल होता हे। MOSFET के तुलना में ड्रेन के रेजिस्टेंस ज्यादा होता हे। इस को सटीक सिग्नल  acquisition वाले उपकरण के लिए डिज़ाइन किआ हे। जैसा माइक्रो वेव , कम्युनिकेशन सिस्टम आदि।  निचे इस का सिम्बोल,देखिए। 

different type of transistor fet and bjt in hindi

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Type of Transistor in Hindi this post about how many type of transistor ? what is fet and bjt? working of PNP and NPN transistor,we learn step by step their type name and application in Hindi.   इस पोस्ट में सरल रूप में सम्पूर्ण प्रकार के ट्रांजिस्टर के ऊपर चर्चा करेंगे। प्रयोग और बनावट के मुताबिक  यह कई प्रकार के होते हे निचे दिया गया चार्ट में आप देख सकते हे। हमने BJT बाइपोलर जंक्शन ट्रांजिस्टर के बारेमें कुछ सीखें हे। bjt दो प्रकार के होते हे PNP और NPN NPN Transistor  PNP Transistor   NPN Transistor : जब दो N टाइप सेमीकंडक्टर मटेरियल के बिच में P टाइप सेमीकंडक्टर मेटेरियल रखकर  बनाया गया ट्रांजिस्टर को हम  NPN Transistor कहते हे।  एनपीएन ट्रांजिस्टर में इलेक्ट्रॉन की गति की दिशा एमिटर से कलेक्टर क्षेत्र के तरफ होती है। देखने के लिए how does Transistor  work  में जाइए। सर्किट डायग्राम में इसको हचान करने के लिए एमिटर में  बाहर की तरफ तीर का निसान होता हे इसका सिम्बोल निचे देखिए       NPN ट्रांजिस्ट को हम स्विचिंग सर्किट,एम्पलीफायर सर्किट और ोस्किलेश

What is transistor and how it works in Hindi

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Transistor and it working principle in hindi what is transistor and how to work .it post for electrical and electronic   beginner. you learn transistor in hindi ,type of Transistor, NPN and PNP Tansistor, biasing system etc .  दोस्तों यह पोस्ट हिंदी में हे तो में हिंदी में ट्रांजिस्टर के ऊपर आपको अच्छे से सिखाऊंगा। इस पोस्ट में हम ट्रांजिस्टर   क्या हे ?   ट्रांजिस्टर कैसे काम करता हे ?   इलेक्ट्रॉनिक में ट्रांजिस्टर का क्या महत्व हे ? हम स्टेप बाई स्टेप बताएंगे।  आज का समय विज्ञान समय यह उसे होता हे एलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जो ट्रांजिस्टर के बिना नहीं बन सकते हे।  आप इलेक्ट्रॉनिक सीखे ,biomedical इलेक्ट्रॉनिक सीखे और इलेक्ट्रिकल सीखे आप यह ट्रांजिस्टर का पाठ ज्यादा ध्यान लगाकर सीखना चाहिए।              आपने ऊपर कुछ ट्रांजिस्टर के इमेज देखा हे। ट्रांजिस्टर के बनावट और सेमीकंडक्टर मटेरियल के अनुसार इन के काम करने का तरीके  अलग होते हे। निचे बूंदा देखिए।           What is a transistor || ट्रांजिस्टर क्या हे? How does a transistor work || ट्रांजिस्टर कैसे काम करता ह

Different Types of Diodes and their Applications in hindi

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Different Types of Diodes overview      Different Types of Diodes and their Applications in hindi पोस्ट में नॉर्मली प्रयोग में आनेवाला डायोड का  विबरण हिंदी में दिया हे। डायोड कई तरह के होते हे। इनका बर्गीकरण काम करने के तरीके,बनावट ,और कार्य क्षमता के अनुरूप किया हे निचे कुछ डायोड को बुंदागत रूप में बताया गया हे।           Backward Diode इस डायोड को बैक डायोड भी कहा जाता है, और इसका अन्य डायोड की तुलना में  व्यापक रूप से उपयोग नहीं किया जाता है। बैकवर्ड डायोड भी  एक पीएन-जंक्शन डायोड है। इस के काम करने के  प्रक्रिया टनल  डायोड के समान है। इस डायोड को बिसेस कार्य के लिए विशिष्ट जगह में उपयोग किया जाता है। BARITT Diode इस डायोड बैरियर इंजेक्शन ट्रांजिट टाइम डायोड का शार्ट फॉर्म  है। यह माइक्रोवेव एप्लीकेशन प्रयोग  होता है।    Gunn Diode गन डायोड एक अर्धचालक उपकरण है, दूसरी डायोड की तरह यह भी एक  पीएन जंक्शन डायोड है। इस का  दो टर्मिनल होते हैं। आमतौर पर इसका उपयोग माइक्रोवेव सिग्नल के उत्पादन के लिए किया जाता है।  Laser Diode लेजर डायोड भी प्रकाश उत्सर्जक क

what is diode in Hindi for medical instruments

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Diode basic in Hindi || डायोड बेसिक हिंदी में  यह पोस्ट में what is diode मतलब डायोड क्या हे how to work diode डायोड कैसे काम करता हे?electronic deice और  medical instrument में इस का उपयोग कैसे होता हे। डायोड कितने टाइप के होते हे?इसके ऊपर हम स्टेप by स्टेप लिखते जायेंगे। बिधुत धरा को एक ही दिशा में प्रवाह करने वाला सेमीकंडक्टर कम्पोनेंट  को हम डायोड कहेत हे। नार्मली डायोड दो PN जंक्शन मिलकर बनता हे। इसको सिलिकॉन   ,जर्मेनियम , और सेलियम जैसे मेटेरियल से बनाया जाता हे। डायोड में सामान्य दो टर्मिनल होता हे। एक टर्मिनल को हम एनोड और दूसरे टर्मिनल को हम कैथोड बोलते हे।                  डायोड बनावट और वर्किंग प्रिंसिपल के अनुरूप कई किसिम के होते हे। हम इस पोस्ट में Type Diode (डायोड के प्रकार ) , What is Diode and How to Work   (डायोड कैसे काम करता हे?) , diode biasing (डायोड की बाइसिंग ),basic circuit of diode (डायोड के आधारभूत सर्किट आदि को हम डिटेल में बतायेंगे। दोस्तों डायोड दो हम २ तरीके से सप्लाई दे सकते हे। इसको हम बाइसिंग बोलते हे। एक हे forward bias (फॉरवार्ड बायस )

Basic electronic for biomedical technician Hindi

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Electronic basic in Hindi ||हिंदी में इलेक्ट्रॉनिक  दोस्तों में biomedical technician के  लिए आवश्यक basic electronic कोर्स लेकर आया हूँ। हम इस कोर्स के अंदर मेडिकल इंस्ट्रूमेंट मरमत(medical instrument repair ) करने के लिए आपको क्या -क्या सीखना होगा उसको हम बिस्तर में लिखूंगा। आजका समय में काफी सारे हॉस्पिटल खुल रहे हे और इलाज करने का नई नई टेक्नोलॉजी का यूज़ कर रहे हे। इंडिया में मेडिकल इंस्ट्रूमेंट सर्विस करने के लिए टेक्निशन काफी कम हे। मेरा अनुभव के अनुसार बहुत लोग इस फिल्ड में काम करना चाहते हे लेकिन उनको इंग्लिश नहीं आता हे। दोस्तों फ़िक्र मत कीजिए में पूरा कोर्स हिंदी में बनाऊंगा। medical instrument technician बनने   के लिए आपको electronic ,electrical और mechanical के अच्छे ज्ञान होना आबस्यक हे। पहले हम इलेक्ट्रॉनिक को पढ़ेंगे ,मेरा इलेक्ट्रॉनिक कोर्स बहुत छोटा होगा लेकिन आपको आबस्यक ज्ञान पूरा मिलेग। आप को जल्दी इलेक्ट्रॉनिक सीखना हे तो भी आप यह कोर्स कर सकते हे ना की biomedical technician.         इस पोस्ट के अंदर हम मेडिकल इंस्ट्रूमेंट रिपेयर के लिए आबस्यक इले